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ICSI क्या होता है?

आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में बांझपन (infertility) से जूझ रहे लाखों दंपति आधुनिक प्रजनन तकनीकों का सहारा ले रहे हैं। उनमें से एक सबसे प्रभावी और वैज्ञानिक रूप से उन्नत तकनीक है — ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection)
2026 में ICSI तकनीक पहले से और अधिक सटीक, सुरक्षित और सफल हो चुकी है, खासकर उन पुरुषों के लिए जिनमें स्पर्म क्वालिटी से जुड़ी समस्याएँ हैं।

ICSI क्या होता है? (What is ICSI?)

ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection) एक उन्नत प्रजनन तकनीक है जिसमें एक स्वस्थ स्पर्म को माइक्रोस्कोपिक सुई की मदद से सीधे अंडे (Egg) के अंदर इंजेक्ट किया जाता है। यह प्रक्रिया उन दंपतियों के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक है जहाँ स्पर्म काउंट कम हो, स्पर्म की गति कमजोर हो, या IVF से सफलता नहीं मिल रही हो।

ICSI से फर्टिलाइज़ेशन की संभावना काफी बढ़ जाती है और यह पुरुष बांझपन के इलाज के लिए दुनिया की सबसे सफल तकनीकों में से एक मानी जाती है।

यह प्रक्रिया तब उपयोग की जाती है जब —

  • स्पर्म की संख्या बहुत कम हो
  • स्पर्म की चाल (motility) कमजोर हो
  • स्पर्म का आकार (morphology) असामान्य हो
  • पुरुष के वीर्य में स्पर्म मौजूद न हों
  • IVF के पिछले प्रयास असफल हो गए हों

ICSI ने लाखों दंपतियों को सफल माता-पिता बनने का मौका दिया है, खासकर पुरुष बांझपन के मामलों में।

ICSI IVF से कैसे अलग है?

IVF ICSI
स्पर्म स्वयं अंडे को fertilize करता है स्पर्म को सीधे अंडे के अंदर इंजेक्ट किया जाता है
बहुत सारे स्पर्म की ज़रूरत होती है सिर्फ 1 स्वस्थ स्पर्म पर्याप्त
सामान्य बांझपन में उपयोग पुरुष बांझपन में अधिक प्रभावी
Fertilization प्राकृतिक प्रक्रिया जैसा Fertilization नियंत्रित लैब तकनीक

 

2026 में ICSI की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया (Step-by-Step Process)

नीचे ICSI की पूरी प्रक्रिया सरल और साफ़ तरीके से बताई गई है:

1. ओवरी स्टिम्युलेशन (Ovarian Stimulation)

महिला को हार्मोनल इंजेक्शन दिए जाते हैं ताकि वह एक चक्र में कई अंडे बना सके।
यह प्रक्रिया लगभग 10–12 दिन चलती है।

2. अल्ट्रासाउंड और हार्मोन मॉनिटरिंग

डॉक्टर अल्ट्रासाउंड और रक्त परीक्षणों से देखते हैं कि अंडे सही तरीके से विकसित हो रहे हैं या नहीं।

3. एग रिट्रीवल (Egg Retrieval)

हल्के एनेस्थेसिया के साथ सुई द्वारा अंडों को निकाला जाता है।
यह प्रक्रिया 10–20 मिनट की होती है और दर्द रहित होती है।

4. स्पर्म कलेक्शन (Sperm Collection)

पुरुष से वीर्य का नमूना लिया जाता है।
यदि वीर्य में स्पर्म न हों, तो TESA/PESA जैसी तकनीकों से टेस्टिस से स्पर्म निकाले जाते हैं

5. स्वस्थ स्पर्म का चयन

एंब्रायोलॉजिस्ट माइक्रोस्कोप के नीचे
सबसे स्वस्थ, सक्रिय और संरचनात्मक रूप से सही स्पर्म चुनते हैं।

6. ICSI इंजेक्शन प्रक्रिया

एक माइक्रो-पिपेट की मदद से
एक स्पर्म को सीधे एक अंडे के अंदर इंजेक्ट किया जाता है।
यही ICSI की मुख्य सफलता की कुंजी है।

7. Fertilization और Embryo Development

अगले 3–5 दिनों तक लैब में एंब्रायो विकसित होने दिए जाते हैं।
2026 में AI-आधारित एंब्रायो चयन तकनीकों से बेहतर क्वालिटी के एंब्रायो चुने जाते हैं।

8. Embryo Transfer

सबसे अच्छे एंब्रायो को महिला की गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है।
यह प्रक्रिया दर्द रहित और 5 मिनट की होती है।

9. प्रेग्नेंसी टेस्ट (β-hCG Test)

ट्रांसफर के 12–14 दिन बाद गर्भ चेक किया जाता है।

ICSI की सफलता दर (2026)

2026 में आधुनिक लैब और AI-सहायक तकनीकों से
ICSI की सफलता दर 55% से 75% के बीच
उम्र, अंडों की क्वालिटी और स्पर्म स्वास्थ्य पर निर्भर करती है।

भारत में ICSI की लागत (2026)

भारत में ICSI की औसत लागत:
₹15,000 – ₹25,000 (क्लिनिक और शहर पर निर्भर)

IVF + ICSI पैकेज सामान्यतः:
₹1,80,000 – ₹3,50,000

ICSI के फायदे

  • पुरुष बांझपन के मामलों में अत्यधिक प्रभावी
  • बहुत कम या एक ही स्पर्म में सफल गर्भधारण संभव
  • IVF विफल दंपतियों के लिए बेहतर विकल्प
  • एंब्रायो की उच्च क्वालिटी चयन
  • 2026 में AI-आधारित एंब्रायो ग्रेडिंग से बेहतर सफलता

संभावित जोखिम

हालाँकि ICSI सामान्यतः सुरक्षित है, फिर भी कुछ संभावित जोखिम हो सकते हैं:

  • ओवरी हाइपर-स्टिम्युलेशन (OHSS)
  • एंब्रायो विकास असफलता
  • गर्भावस्था न होना
  • प्रक्रिया का आर्थिक बोझ

डॉक्टर की सलाह और सही क्लिनिक चयन इन जोखिमों को काफी कम कर सकता है।

ICSI किसके लिए सबसे अच्छा विकल्प है?

  • अत्यधिक कम स्पर्म काउंट
  • कम स्पर्म मोटिलिटी
  • असामान्य स्पर्म आकार
  • वीर्य में स्पर्म का न होना
  • बार-बार IVF असफल होना
  • उम्र अधिक होना (महिला 35+, पुरुष 40+)

FAQs 

1. क्या ICSI दर्दनाक है?

नहीं। अंडे निकालते समय एनेस्थेसिया दिया जाता है, इसलिए कोई दर्द नहीं होता।

2. ICSI और IVF में क्या अंतर है?

IVF में स्पर्म खुद अंडे को fertilize करता है, जबकि ICSI में स्पर्म को इंजेक्ट किया जाता है।

3. क्या ICSI 100% सफल है?

नहीं। सफलता कई घटकों पर निर्भर करती है—अंडे की गुणवत्ता, स्पर्म, उम्र, और क्लिनिक की विशेषज्ञता।

4. ICSI में कितने एंब्रायो ट्रांसफर होते हैं?

आमतौर पर 1 या 2, ताकि सुरक्षित गर्भधारण हो सके।

5. क्या ICSI बच्चे में किसी बीमारी का जोखिम बढ़ाता है?

अभी तक वैज्ञानिक प्रमाण बहुत सीमित हैं। 2026 तक अधिकतर ICSI बच्चे बिल्कुल स्वस्थ जन्म लेते हैं।

 

निष्कर्ष: क्या ICSI आपके लिए सही विकल्प है?

ICSI आज दुनिया की सबसे सफल और उन्नत प्रजनन तकनीकों में से एक है, विशेष रूप से पुरुष बांझपन के मामलों में। यदि IVF से सफलता नहीं मिल रही या स्पर्म क्वालिटी कमजोर है, तो ICSI आपको माता-पिता बनने का सबसे भरोसेमंद अवसर प्रदान कर सकता है।

IVF Specialist & Infertility Expert Dr. Anushka Madan (26+ Years Experience) ने सैकड़ों जटिल मामलों में ICSI के माध्यम से उत्कृष्ट परिणाम दिए हैं। उनकी उन्नत तकनीक, आधुनिक एम्ब्रायोलॉजी लैब और व्यक्तिगत उपचार योजना मरीजों को सुरक्षित और सफल पेरेंटहुड का अवसर प्रदान करती है।

2026 की तकनीकी प्रगति ने ICSI को और भी सुरक्षित, तेज़ और सफल बना दिया है|

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